Jab aankhon se dost, shayarik22,
Jab aankhon se dost
जब खामोश आँखो से दोस्त बात होता है
तो ऐसा ही दोस्ती का शुरुआत होता है
तुम्हारे ही ख़यालो में दोस्त खोए रहते हैं हम
पता नही चलता हैं कब दिन और कब रात होता है……..
Jab aankhon se dost
जब खामोश आँखो से दोस्त बात होता है
तो ऐसा ही दोस्ती का शुरुआत होता है
तुम्हारे ही ख़यालो में दोस्त खोए रहते हैं हम
पता नही चलता हैं कब दिन और कब रात होता है……..
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